Monday 22 June 2015

अगर मेरी कप्तानी में दोष तो कप्तानी छोड़कर खिलाड़ी के रूप में उतरने को तैयारः धोनी


बांग्लादेश के हाथ हुई हार के बाद आलोचना से भारतीय कप्तान खफा
तनाव मुक्त खेल के लिए चौथे क्रम पर खेलने उतरे

मीरपुर: बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में हार के बाद आलोचनाओं का सामना कर रहे महेंद्र सिंह धोनी ने आलोचकों पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर भारतीय क्रिकेट में जो भी बुरा हो रहा है उसके लिए वह जिम्मेदार हैं तो वह कप्तानी छोडऩे को तैयार हैं और एक खिलाड़ी के रूप में योगदान देंगे।
बांग्लादेश के खिलाफ पहली बार श्रृंखला गंवाने के बाद धोनी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भारतीय क्रिकेट में जब भी कुछ बुरा होता है तो हमेशा उसके लिए मैं ही जिम्मेदार होता हूं। जो भी होता है मेरे कारण होता है। यहां तक कि बांग्लादेश की मीडिया भी हंस रही है। धोनी से जब अलग तरह से यह सवाल पूछा गया कि वह कब तक कप्तान बने रहेंगे तो उन्होंने स्पष्ट किया कि वह पद पर बने रहेंगे लेकिन साथ ही उन्होंने पत्रकार पर निशाना भी साधा।
धोनी ने कहा कि मैं अपने क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा हूं। लेकिन जब पहला सवाल पूछा गया तो मुझे पता था कि यह सवाल भी पूछा जाएगा। इस तरह के सवाल हमेशा सामने आते हैं। मीडिया को मुझसे प्यार है। अगर यह उचित है, अगर आप मुझे हटाते हो और भारतीय क्रिकेट अ'छा करने लगता है और अगर भारतीय क्रिकेट में जो भी बुरा हो रहा है उसके लिए मैं जिम्मेदार हूं तो निश्चित तौर पर मैं पद छोड़कर खिलाड़ी के रूप में खेलने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन कप्तान है क्योंकि मैं कभी कप्तान के आड़े नहीं आया। यह मेरे लिए काम या जिम्मेदारी है। अगर वे इसे मुझसे लेना चाहते हैं तो मुझे कोई परेशानी नहीं है।
धोनी बांग्लादेश से तीन एक दिवसीय मैचों श्रृंखला 0-2 से गंवाने बाद कल रात संवाददातओं से बात कर रहे है थे। उन्होंने कहा कि अगर आप लोग परोक्ष रूप से यह संकेत देना चाह रहे हैं कि हमें कोच की जरूरत है हमारे पास काफी स्पोर्टिंग स्टाफ है जो खिलाडिय़ों का ध्यान रख सकते हैं । अगर कोच का पद कुछ समय के लिये खाली भी रहे तो कोई बात नहीं लेकिन ऐसे ही किसी को भी इस पद लाना ठीक नहीं है लंबे समय बाद इसका बुरा असर पड सकता है । इस तरह के फैसलों के लिये थोडा समय लगता है। टीम इंडिया को भले ही बांग्लादेश ने प्रत्येक विभाग में पछाड दिया हो लेकिन कप्तान धोनी अपने खिलाडिय़ों का बचाव करते हुए कहा कि हमारे पास सर्वश्रेष्ठ खिलाडिय़ों की टीम है । कप्तान धोनी ने अपने चौथे स्थान पर बल्लेबाज करने आने के बारे में कहा कि वह चौथे क्रम पर आकर ज्यादा मुक्त हो कर खेलना चाहते थे । धोनी पिछले चार या पांच साल से वह छठे स्थान पर बल्लेबाजी जा रहे हैं उनका मानना है कि इस क्रम पर खेलने से थोडा दबाव बना रहता है और मुक्त होकर नहीं खेल पाते । धोनी ने 47 रन बनाये लेकिन जब वह जम कर बल्लेबाजी करना शुरू करने लगे तो टीम के विकेट लगातार गिरने लगे ।

धोनी की आफर का पूर्व खिलाडिय़ों ने विरोध किया

बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में मिली अप्रत्याशित हार के बाद आलोचना के केंद्र में आये महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी छोडऩे का प्रस्ताव रखा है लेकिन कुछ पूर्व खिलाडिय़ों ने इस तरह के किसी निर्णय का विरोध किया है। बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की श्रृंखला के दूसरे मैच में छह विकेट से मिली हार के बाद धोनी ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि भारतीय क्रिकेट की सफलता के लिए वह कप्तानी छोडऩे और एक खिलाड़ी के तौर पर योगदान करने के लिए तैयार हैं। कुछ भारतीय पूर्व क्रिकेटरों ने धोनी का समर्थन करते हुए कहा है कि उनको कप्तान बनाये रखा जाना चाहिए। पूर्व भारतीय कप्तानों बिशन सिंह बेदी, दिलीप वेंगसरकर और अजित वाडेकर तथा क्रिकेटरों में चेतन चौहान, चंडू बोर्डे, सैयद किरमानी और किरन मोरे ने धोनी का जोरदार समर्थन किया है।दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई धोनी का स्थान ले सकता है। उन्होंने हाल ही में भारत को विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंचाया और यह उसके बाद पहली श्रृंखला है। उन्हें कप्तान बनाये रखा जाना चाहिए। भारतीय क्रिकेट पर अपनी स्पष्ट राय रखने वाले बेदी बांग्लादेश में टीम के लचर प्रदर्शन के लिये अकेले धोनी को ही दोषी नहीं मानते। उन्होंने कहा कि मैं किसी एक खिलाड़ी को दोष नहीं दे रहा हूं। भारत को पूरी टीम के लचर प्रदर्शन के कारण श्रृंखला गंवानी पड़ी। धोनी की कप्तानी के मसले पर मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता। अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। यह भी देखो कि उन्होंने मीडिया से जो कुछ कहा वह केवल निराशा में कहा। बेदी ने कहा कि कप्तानी में ऐसा होता है। जब टीम जीत दर्ज करती है तो आपकी तारीफ होती है और हारने पर आलोचना। वह पहले ही टेस्ट कप्तानी छोड़ चुका है। वनडे के बारे में मैं नहीं जानता। लेकिन पहली बार मैंने उसकी झल्लाहट देखी और यह किसी भी तरह से अ'छा संकेत नहीं है।
अजित वाडेकर ने कहा कि धोनी अब भी वनडे और टी20 में भारत की अगुवाई करने के लिये सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वनडे और टी20 में कप्तानी के लिये वह अब भी सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति है। उन्हें कप्तान बनाये रखा जाना चाहिए। यह हार हतप्रभ करने वाली है। शायद उन्होंने बांग्लादेश को गंभीरता से नहीं लिया। उन्हें संभवत: वनडे श्रृंखला की तैयारी के लिये पर्याप्त समय नहीं मिला।
पूर्व विकेटकीपर किरमानी ने भी वनडे टीम की कमान धोनी के पास ही बनाये रखने का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि मैं धोनी को कप्तान बनाये रखने की सिफारिश करूंगा। वह बहुत अच्छा खिलाड़ी है। केवल बांग्लादेश में हार से आप उनके प्रति इतना कड़ा रवैया नहीं अपना सकते। मुझे लगता है कि हमेशा यह माना जाता है कि कप्तान को हटाया जाना चाहिए। ये सब बातें तब होती हैं जब कप्तान श्रृंखला गंवा देता है या वह खराब फार्म में हो।
चंदू बोर्डे ने कहा कि धोनी की कप्तानी बरकरार रखनी चाहिए क्योंकि मेरे अनुसार यह केवल एक उलटफेर है लेकिन इससे उबरने में थोड़ा समय लगेगा। बांग्लादेश ने हमें हैरान किया। हमारे खिलाडिय़ों ने जज्बा नहीं दिखाया जबकि बांग्लादेश के खिलाडिय़ों के हावभाव लाजवाब थे।
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने चेतन चौहान ने कहा कि अभी कप्तानी में बदलाव की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं किसी एक श्रृंखला के आधार पर जल्दबाजी में फैसला करने के पक्ष में नहीं हूं। मैं चाहता कि इस सत्र में विराट केवल टेस्ट मैचों में कप्तानी करे। मेरे हिसाब से धोनी को अगले साल भारत में होने वाली विश्व टी20 तक वनडे और टी20 का कप्तान बने रहना चाहिए।
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे ने कहा कि कप्तानी में बदलाव की बात बेतुकी है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि धोनी अब भी सर्वश्रेष्ठ है और वह अब भी भारत को काफी कुछ दे सकता है। कोई भी इस तरह की हार से गुजर सकता है। पूरी टीम ही थकी हुई लग रही है। उन्हें यह सोचने की जरूरत है कि खिलाडिय़ों के लिये सर्वश्रेष्ठ क्या है।  एक अन्य पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज विजय दहिया ने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इस समय वनडे कप्तानी में बदलाव की कोई जरूरत नहीं है। धोनी जानता है कि परिस्थितियों के अनुसार कैसा खेलना है। मैं चाहता हूं टेस्ट से संन्यास लेने के बाद धोनी अन्य प्रारूपों में बने रहें।

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