Monday 15 June 2015

Full Story: सुषमा के खिलाफ साजिश? जेटली पर शक; कीर्ति आजाद ने कहा- आस्तीन के सांप का है काम

नई दिल्लीः विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर जहां कांग्रेस ने हमला तेज कर दिया है। वहीं ऐसी भी खबरें सामने आ रही हैं कि उनके खिलाफ साजिश पार्टी के भीतर के ही कुछ लोग कर रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने ट्वीट कर कह भी दिया है कि साजिश आस्तीन के सांप कर रहे हैं। अब ये आस्तीन के सांप कौन हैं इसे लेकर बहस छिड़ गई है। खास बात ये है कि सुषमा के बारे में कुछ विपक्षी नेताओं ने भी अपने सकारात्मक बयान दिए हैं। आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने तो सीधे अरुण जेटली की ओर इशारा किया है कि वे इस काम के माहिर हैं। पहले वे राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह को कदाचार के मामले में लिप्त बताकर उन्हें किनारे कर चुके हैं और हो सकता है कि अब हो सकता है कि वे सुषमा को किनारे कर रहे हों।

दूसरी ओर, सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग करते हुए कांग्रेस ने कहा कि ब्रिटिश यात्रा दस्तावेज हासिल करने में आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को उनकी मदद एक-दूसरे को लाभ पहुंचाने का मामला है। पार्टी ने साथ ही मांग की कि घोटाले के दागी ललित मोदी को भारत वापस लाया जाए और उन पर मुकदमा चले। मुख्य विपक्षी पार्टी का कहना है कि पत्नी के कैंसर का ऑपरेशन कराने के लिए ललित मोदी का पुर्तगाल में मौजूद रहना जरूरी नहीं था। यहां ये भी जान लेना जरूरी है कि सुषमा की बेटी बांसुरी स्वराज ललित मोदी की कानूनी सलाहकार हैं। कहा जा रहा है कि निजी संबंधों के चलते सुषमा ने ये कदम उठाया है।
सोमवार को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली में सफदरजंग लेन स्थित सुषमा स्वराज के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की। यहां प्रदर्शनकारियों ने सुषमा का पुतला भी फूंका। एहतियातन सुबह से ही सुषमा के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत मे लिया है।
दूसरी तरफ, सुषमा स्वराज को पार्टी लाइन से हटकर विपक्षी नेताओं का समर्थन भी मिल रहा है। राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीम लालू यादव ने उनका बचाव करते हुए कहा कि यह प्रकरण बीजेपी के अंदरूनी विवाद का नतीजा है। इससे पहले समाजवादी पार्टी भी उनका बचाव करते हुए कह चुकी है कि सुषमा स्वराज ने कुछ भी गलत नहीं किया है और कुछ लोगों की आदत हैं कि वे हर बात पर इस्तीफे की मांग करते हैं। शिवपाल यादव ने कहा था कि सुषमा ने कुछ गलत नहीं किया है।
आप नेता व कवि कुमार विश्वास ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि ये भाजपा में सुषमा को साइड लाइन करने की साजिश है। विश्वास ने लिखा है- सुषमा जी सदा से मृदुभाषी, शालीन और व्यावहारिक रही हैं। मैं उन्हें दीदी कहता हूँ, और निजी रूप से मेरे ऊपर उनका बड़ा स्नेह रहा है। कल प्रसारित हुए पूरे प्रकरण में कुछ बातें अजीब हैं। यह जानते हुए भी, कि ललित मोदी ईडी और इनकम टैक्स विभाग द्वारा अपराधी घोषित हैं, उनके खिलाफ 'ब्लू-कार्नर नोटिस' है, और उनके प्रत्यर्पण की भी बात चल रही है, सुषमा जी ने उनसे फोन पर बात कैसे कर ली? क्या एक अपराधी के लिए देश के विदेश मंत्री से सीधे संपर्क साधना इतना आसान है? दूसरे, पुर्तगाल के कानून में यह कहीं नहीं लिखा कि किसी बीमार महिला के इलाज के लिए उसके पति के NOC की ज़रुरत है। फिर यह NOC दी ही क्यों गई? और फिर इलाज के लिए ढाई वर्ष का वीज़ा? और रही इलाज की बात, तो इलाज के नाम पर विभिन्न देशों में घूम-घूम कर सेलिब्रिटी पार्टी करना कौन सी 'पैथी' के अंतर्गत आता है, यह भी नहीं पता। बाँसुरी स्वराज का ललित मोदी के वकीलों की टीम में होना और सुषमा जी के भतीजे का एडमिशन ललित मोदी के माध्यम से होना इस प्रकरण में नए कोण बनाता है।
कुमार ने आगे लिखा है- इस मुद्दे पर इस्तीफे की मांग करना तो ऐसा है जैसे अपने घर की बनी दाल में भी नमक कम हो जाए, तो आज कल कुछ लोग अरविन्द का इस्तीफा मांगने लगते हैं। यह बात इससे ज़्यादा गंभीर और सोचनीय है। क्या यह कोई आतंरिक षड़यंत्र है, जिसके अरुण जेटली जी पुराने माहिर हैं? जैसे राजनाथ सिंह जी के पुत्र को एक प्रकरण में मुब्तिला कर के उन्हें ऐसे ही साइडलाइन कर दिया गया था, कहीं यह उसी का अगला भाग तो नहीं है? जो भी हो, फ़िलहाल यह पूरा प्रकरण बड़े अंतर्राष्ट्रीय अपराधियों के प्रति हमारे तंत्र की (अ)गंभीरता को उजागर करता है, जिस पर सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि ध्यान देने की भी ज़रुरत है। आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने कहा कि सुषमा स्वराज बीजेपी की बड़ी नेता हैं और भविष्य में पीएम पद की दावेदार भी हो सकती हैं ऐसे में यह कहना कि आस्तीन में कोई सांप है, गलत नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता पी. एल. पुनिया ने कहा, 'विदेश मंत्रालय एक संवेदनशील महकमा है और वहां इस तरह बिना जवाबदेही के काम नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, 'हद से बाहर जाकर उन्होंने ललित मोदी की। उन्होंने ब्रिटिश सांसद और ब्रिटेन के उच्चायुक्त से बात की और ललित मोदी को 24 घंटे में यात्रा के लिए दस्तावेज मुहैया कराए गए।' पुनिया ने कहा, 'सुषमा स्वराज ने एक ऐसे दागी व्यक्ति की मदद की, जिस पर करीब 700 करोड़ रुपयों के मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी और कई अन्य आरोप हैं।' ललित मोदी को मानवीय आधार पर मदद पहुंचाने के सुषमा स्वराज के दावे को पूरी तरह से बेबुनियाद करार देते हुए पुनिया ने कहा कि मंत्री के बचाव में एनडीए सरकार और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की ओर से जो कहा गया वह एक कमजोर बहाना है। उन्होंने कहा कि पुर्तगाल के नियमों के मुताबिक ऑपरेशन के लिए पति का हस्ताक्षर जरूरी नहीं है।'
इससे पहले अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में कहा था, 'पत्नी के ऑपरेशन के दौरान ललित मोदी का पुर्तगाल में मौजूद रहना जरूरी नहीं थी। पुर्तगाल के नियम के तहत 14 साल से ज्यादा उम्र का कोई भी व्यक्ति अपना कन्सेंट खुद दे सकता है, उसके लिए किसी दूसरे की जरूरत नहीं होती है।' सुषमा ने अपनी सफाई में कहा था कि ललित मोदी ने उनसे 2014 जुलाई में बात की थी और कहा था कि वह पत्नी के ऑपरेशन के लिए कन्सेंट देने पुर्तगाल जाना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने ब्रिटेन के सांसद से बात की थी।
लालू प्रसाद ने सुषमा स्वराज का बचाव करते हुए कहा कि यह बीजेपी के भीतर अंदरूनी विवाद का नतीजा है। मोदी सुषमा के कामकाज को पसंद नहीं करते, विदेश दौरों में उन्हें तवज्जों नहीं देते हैं। यह बीजेपी के लिए जांच का विषय है। सुषमा को अपना पक्ष रखने का पूरा मौका दिया जाना चाहिए।'
उधर अपने ऊपर उठ रहे सवाल के बीच सुषमा ने एक पत्रकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने सोमवार को एक ट्वीट किया, 'देखिए कौन उपदेश दे रहा है, नविका कुमार।' नविका टाइम्स नाउ की पत्रकार हैं और उन्होंने ही ये खबर ब्रेक की थी।

जानते हैं कि सुषमा के बारे में बाकी नेता क्या कह रहे हैः-

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी की ये आदत रही है कि वो जो चीजें गलत करते हैं उसका समर्थन भी करते हैं। उन्होंने कहा कि सबसे ताज्जुब इस बात का है कि आरएसएस के लोग भी इस मामले पर स्पोर्ट कर रहे हैं।
बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूड़ी ने कहा कि मीडिया जिस तरह से इस खबर को पेश कर रहा है वह गलत है। सुषमा जी के बारे में कुछ भी गलत बात बर्दाशत नहीं की जाएगी।
वाम नेता सीताराम येचुरी ने इस मामले पर कहा कि आरोप बेहद गंभीर हैं और पीएमओ को इस बारे में जवाबदेही तय करनी चाहिए। पीएम को इस मामले में जवाब देना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि ललित मोदी की मदद किए जाने के बारे में पीएम क्या कहेंगे? वह अब 'मौन मोदी' क्यों बन गए हैं?
एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूरा देश जानता है कि सुषमा जी गलत नहीं हैं और पूरा देश उनके साथ खड़ा है। उनका पूरा जीवन निष्कलंक रहा है, उन्होंने जो किया मानवता के आधार पर किया।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी का सिद्धान्त है कि अपने चाहे जो करें उसे बचाना चाहिए, उसकी मदद करनी चाहिए। और जो उनका नहीं है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए।

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